Charkhi Dādri/चरखी दादरी/पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को भले ही मेडल ना मिला हो, लेकिन प्रदेश सरकार ने विनेश को सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान, सुविधाएं और धनराशि देने का फैसला किया है। विनेश फोगाट ने भारत लौट आई हैं। उन्होंने शनिवार 17 अगस्त की सुबह 10.52 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड किया, जहां पर मां, के अलावा, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया सहित अन्य लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान विनेश की आंखों से आंसू लगातार बहते रहे। विनेश ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, फाइनल मुकाबले से पहले उन्हें 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में सिल्वर मेडल के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी थी, लेकिन इसमें कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी।
चैंपियन की तरह होगा सम्मान
जानकारी के अनुसार, विनेश के मायके गांव बलाली में बेटी के सम्मान में कार्यक्रम रखा गया है, जिसके तहत वो द्वारका एक्सप्रेसवे से लेकर हरियाणा के चरखी दादरी के बलाली गांव तक रोड शो करेंगी और ऐसे में खाप और सामाजिक संगठनों की ओर से विनेश को गोल्ड मेडल विजेता के तौर पर ही सम्मानित किया जाएगा। गांव में सम्मान समारोह को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। वहीं कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों के लिए देशी घी के व्यंजन परोसे जाएंगे। विनेश के दिल्ली एयरपोर्ट से गांव बलाली तक पूरा रोड मेप तैयार किया गया है और सभी कार्यक्रमों को लेकर अलग-अलग ड्यूटियां भी लगाई गई हैं। वहीं खराब मौसम को देखते हुए गांव में बारिश से बचने के लिए टेंट लगाए गए हैं। हरियाणा सरकार ने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को छह करोड़ रुपए, सिल्वर जीतने वाले को चार करोड़ रुपए और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को ढाई करोड़ रुपए देने के ऐलान किया था। विनेश फोगाट ने सिल्वर मेडल पक्का किया था। इसलिए सरकार उन्हें 4 करोड़ रुपए देगी। इसके अलावा पानीपत के अजय पहलवान ग्रुप के युवकों ने विनेश फोगाट को दो एकड़ जमीन और 11 लाख नकद देने की घोषणा की है।
विनेश फोगाट ने कहा ‘अपनों ने हमें गोल्ड से नवाजा’
हरियाणा के बादली में भी लोगों ने विनेश फोगाट का शानदार स्वागत किया। इस दौरान विनेश फोगाट ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'जितने भी लोग स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने हमें गोल्ड मेडल नहीं दिया तो क्या हो गया। हमारे अपनों ने हमें गोल्ड से भी ऊपर नवाजा है। ये मान सम्मान हजारों गोल्ड मेडल के आगे फीके हैं।'
100 ग्राम की वजह से हो गई थीं बाहर
विनेश फोगाट ने क्वार्टर फाइनल में जापान की नंबर रेसलर युई सुसाकी को पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था। इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में भी शानदार जीत दर्ज की थी और फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। हालांकि, मुकाबले से पहले विनेश का वजन वेट कैटेगरी से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया और इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया था।
फाइनल में एंट्री के साथ ही सिल्वर पक्का हो गया था, लेकिन डिस्क्वालिफिकेशन के कारण वो मेडल भी नहीं दिया गया। इसके बाद उन्होंने खेल की सबसे बड़ी अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में जॉइंट सिल्वर मेडल के लिए याचिका लगाई थी। CAS ने मामले की सुनवाई की और 3 बार फैसले टालने के बाद विनेश की मांग को खारिज कर दिया।